Personal Loan: कभी-कभी अचानक खर्च आ जाते हैं घर की मरम्मत, बच्चों की पढ़ाई, शादी या मेडिकल इमरजेंसी। ऐसे समय में पर्सनल loan सबसे आसान सहारा बन जाता है। इसमें न कोई गारंटी देनी होती है और न ही गिरवी रखना पड़ता है। लेकिन लोन लेने से पहले यह जानना ज़रूरी है कि EMI कितनी बनेगी और ब्याज दर से आपकी जेब पर कितना असर पड़ेगा। आज हम ₹4 लाख का पर्सनल loan 6 साल की अवधि के हिसाब से पूरा कैलकुलेशन समझते हैं।
Personal Loan क्यों होता है मददगार
पर्सनल लोन पूरी तरह unsecured loan होता है। यानी बैंक या NBFC आपको आपके CIBIL Score और repayment history देखकर पैसा देता है। इस लोन का इस्तेमाल आप किसी भी ज़रूरत में कर सकते हैं चाहे शादी हो, बिज़नेस शुरू करना हो या कर्ज चुकाना हो। इसकी खासियत यह है कि लोन जल्दी मंजूर हो जाता है और पैसे सीधे खाते में आ जाते हैं।
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ब्याज दर और अवधि
भारतीय बैंकों में पर्सनल loan पर ब्याज दर आमतौर पर 10% से 16% सालाना के बीच रहती है। अवधि 1 साल से लेकर 6 साल तक हो सकती है। अगर आप लंबी अवधि चुनते हैं तो EMI कम होगी, लेकिन ब्याज ज़्यादा देना पड़ेगा। वहीं छोटी अवधि में EMI ज्यादा होगी लेकिन ब्याज कम देना होगा।
₹4 लाख लोन पर 6 साल की EMI कैलकुलेशन
मान लीजिए आपको ₹4 लाख का पर्सनल loan 6 साल (72 महीने) के लिए मिलता है। ब्याज दर हमने औसतन 12% सालाना मानी है। तो EMI का पूरा हिसाब इस तरह होगा
ऋण राशि (₹) | ब्याज दर (%) | अवधि | मासिक EMI (₹) | कुल ब्याज (₹) | कुल भुगतान (₹) |
---|---|---|---|---|---|
4,00,000 | 12 | 6 साल | 7,907 | 1,69,304 | 5,69,304 |
यहां साफ देखा जा सकता है कि ₹4 लाख के लोन पर EMI लगभग ₹7,907 बनेगी। 6 साल में कुल भुगतान ₹5.69 लाख होगा, जिसमें से ₹1.69 लाख सिर्फ ब्याज होगा।
EMI कम या ज़्यादा कैसे होती है
EMI सीधे तौर पर तीन चीज़ों पर निर्भर करती है loan amount, ब्याज दर और repayment अवधि। अगर ब्याज दर 12% की बजाय 10% हो जाए तो EMI कम हो जाएगी। इसी तरह अगर आप 6 साल की बजाय 4 साल में लोन चुकाते हैं तो EMI ज्यादा होगी लेकिन ब्याज कम देना पड़ेगा।
अच्छा CIBIL Score क्यों है ज़रूरी
पर्सनल loan लेने के लिए आपका CIBIL Score कम से कम 750 होना चाहिए। अगर स्कोर अच्छा है तो बैंक आपको कम ब्याज दर पर loan देगा और processing charges भी घटा देगा। वहीं स्कोर खराब होने पर लोन रिजेक्ट भी हो सकता है या ब्याज बहुत ज्यादा लग सकता है।
अगर आप हर महीने समय पर EMI भरते हैं तो यह आपको financial discipline सिखाती है। यही आदत आगे जाकर Home Loan या Car Loan लेने में भी मददगार साबित होती है। EMI भरना सिर्फ जिम्मेदारी नहीं बल्कि एक तरह से saving जैसा अनुशासन है, क्योंकि यह आपको खर्च को कंट्रोल करना सिखाता है।
निष्कर्ष
अगर आप ₹4 लाख का पर्सनल loan 6 साल में चुकाना चाहते हैं तो आपकी EMI लगभग ₹7,907 बनेगी। कुल भुगतान ₹5.69 लाख होगा, जिसमें ₹1.69 लाख ब्याज शामिल है। लोन लेने से पहले अपनी repayment क्षमता, CIBIL Score और ब्याज दर पर ज़रूर ध्यान दें। EMI समय पर भरने से न सिर्फ लोन जल्दी खत्म होगा बल्कि भविष्य के लिए आपका financial record भी मजबूत होगा।
Disclaimer: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। इसमें बताए गए EMI और ब्याज दर का कैलकुलेशन औसत 12% ब्याज दर पर आधारित है। अलग-अलग बैंकों की शर्तें और ब्याज दरें अलग हो सकती हैं। loan लेने से पहले संबंधित बैंक या वित्तीय सलाहकार से पूरी जानकारी अवश्य लें।